Kurmi Andolan: मुख्य सचिव से वार्ता के आश्वासन के बाद रेल रोको आंदोलन स्थगित, 12 घंटे चला आंदोलन

कुरमी/कुड़मी समुदाय ने अपना रेल रोको आंदोलन वार्ता के बाद वापस ले लिया है। अब 25 सितंबर को आंदोलनकारी नेताओं के साथ मुख्य सचिव की वार्ता होगी।

Kurmi Andolan: मुख्य सचिव से वार्ता के आश्वासन के बाद रेल रोको आंदोलन स्थगित, 12 घंटे चला आंदोलन


रांची

कुड़मी/कुरमी समाज ने प्रशासन के साथ 2 घंटे के वार्ता के बाद रेल रोको आंदोलन वापस ले लिया। आंदोलनकारी 25 सितंबर को झारखंड के मुख्य सचिव से वार्ता करेंगे। इस वार्ता में जनजातीय शोध संस्थान के निदेशक भी मौजूद रहेंगे। वंही 2 अक्टूबर को केन्द्रीय गृह सचिव के साथ भी वार्ता होगी। कुरमी नेताओं ने कहा है कि 25 सितंबर को उनकी मांग पर सकारात्मक फैसला नहीं लिया गया, तो इससे भी बड़ा आंदोलन करेंगे। कुरमी/कुड़मी समाज अनुसूचित जनजाति(ST) सूची में शामिल करने और कुरमाली भाषा को 8वीं अनुसूची में दर्ज करने की मांग को लेकर समाज का रेल रोको आंदोलन (रेल टेका, डहर छेका) का झारखंड और उड़ीसा में व्यापक असर देखने को मिला। झारखंड के चार रेलवे स्टेशन सुबह से ही पूरी तरह से बाधित रहे। आंदोलन को साथ दे रहे गोमिया विधायक लंबोदर महतो को सिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया। 

नीमडीह में लाठीचार्ज

सरायकेला-खरसावां जिले में कुड़मी आंदोलनकारी नीमडीह स्टेशन के अंदर जाने की जिद पर अड़ गए। तभी अचानक आंदोलनकारी उग्र हो गए और वे पुलिस का घेरा तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंदोलनकारी पर लाठी चार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। पुलिस की लाठी चार्ज करने के बाद आंदोलनकारियों ने भी पुलिस पर जमकर पथराव शुरू कर दिया। लाठीचार्ज और पथराव में पुलिस और आंदोलनकारी दोनों तरफ से कई लोग घायल हो गए।

6 रेलवे स्टेशन दिनभर बाधित रहे

झारखंड के चार रेलवे स्टेशन जिनमें मुरी, गोमो, नीमडीह और पश्चिम सिंहभूम के घाघरा-मनोहरपुर व ओड़िशा के दो मयूरभंज और रायरंगपुर रेलवे स्टेशन सुबह से लेकर देर शाम तक बाधित रहे। कुरमी मोर्चा के हजारों कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन के पास पहुंच गए। कुरमी समाज के लोग हजारों की संख्या में अपने पारंपरिक वेशभूषा, छऊ नाच, पाता नाच, नटुवा नाच, घोड़ा नाच एवं झूमर नाच, ढोल-नगाड़ों एवं गाजे-बाजे के साथ शामिल हुए।