नियोजन नीति पर सरकार की चुप्पी, तो विपक्ष का शोर जारी है।

झारखँड विधानसभा में नियोजन नीति को लेकर शुरू हुई गतिरोध आज भी जारी रहा। आज बजट सत्र का नौंवा दिन था, लेकिन सदन को शांत कराने में आसन नाकाम रहा। सदन की कार्रवाई शुरू होने के पहले सदन के बाहर नियोजन नीति के नारों से लिखी टी शर्ट पहने बीजेपी विधायकों ने प्रदर्शन किया और अंदर सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधायक वेल में पहुंच गये।

नियोजन नीति पर सरकार की चुप्पी, तो विपक्ष का शोर जारी है।
jharkhand budget session noise of opposition continue

रांची, झारखंड


झारखँड विधानसभा में नियोजन नीति को लेकर शुरू हुई गतिरोध आज भी जारी रहा। आज बजट सत्र का नौंवा दिन था, लेकिन सदन को शांत कराने में आसन नाकाम रहा। सदन की कार्रवाई शुरू होने के पहले सदन के बाहर नियोजन नीति के नारों से लिखी टी शर्ट पहने बीजेपी विधायकों ने प्रदर्शन किया और अंदर सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधायक वेल में पहुंच गये। आसन ने विधायकों से सदन की गरिमा का ख्याल रखते हुए टी शर्ट उतारने को कहा, लेकिन विधायक नारेबाजी करते रहे। '60-40 नाय चलतो' और  " हेमंत सोरेन हाजीर हो" के नारे लगते रहे। आखिर में 11.32 मिनट पर एक घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित हुई, दोबारा सदन की कार्यवाही जब शुरू हुई तो वापस हालात बेकाबू हो गये। विधानसभा अध्यक्ष ने 12.45 मिनट पर दूसरी बार सदन की कार्यवाही स्थगित की। आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो ने आसन से आग्रह किया कि सीएम को नियोजन नीति को लेकर सारी बातें स्पष्ट करनी चाहिए, तभी सदन सुचारू रूप से चल सकेगा। विपक्ष के विधायक सदन नेता सीएम हेमंत सोरेन से नियोजन नीति को लेकर वक्तव्य चाह रहे हैं। उधर सीएम ने पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध ली है और मीडिया में भी प्रतिक्रिया देना बंद कर दिया है। 

टीवी चालू होगा तब बोलूंगा


झारखंड विधानसभा का अपना आधिकारिक टीवी JVSTV(विधानसभा व सत्र की कार्यवाही का सीधा प्रसारण) आज सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद से बंद थी। सदन में पहला अल्पसूचित प्रश्न जेएमएम के विधायक लोबिन हेम्ब्रम का था। विधायक ने सवाल उठाये कि उनके साथ नाईंसाफी की जा रही है, जब वो सवाल पूछ रहे तो टीवी क्यों बंद कर दिया गया है। विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने सदन में पेसा कानून लागू करने को लेकर सवाल लाया था। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि सदन ऑर्डर में नहीं है, इसलिए प्रसारण रोक दिया गया है। इसपर भी विधायक नहीं माने और इस शर्त पर अड़ गये कि टीवी चालू होगा तब बोलूंगा। आखिरकार प्रसारण शुरू करना पड़ा और विधायक ने अपने सवाल पूछे। उन्होंने प्रभारी मंत्री से जानना चाहा कि सरकार कबतक पेसा कानून लागू करने की मंशा रखती है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि तीन विभागों से रिपोर्ट की प्रतिक्षा की जा रही है, उनके आते ही पेसा कानून को लेकर फैसले ले लिये जायेंगे। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि जब वे मंत्री थे तो ऐसी व्यवस्था नहीं थी।  

 
कपड़ों को लेकर उठे सवाल


कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने बीजेपी के कपड़ों को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी विधायक जिस तरह के कपड़े पहन कर सदन में आ रहे, यह आपत्तिजनकर है। अब विधायक अंडरवेयर पहनकर सदन में भाषण दे रहे हैं। यह कहते हुए प्रदीप यादव वेल में आ गये। पूरे मामले पर सत्ता पक्ष ने प्रदीप यादव का साथ दिया और वेल में पक्ष और विपक्ष दोनों ने बवाल काटा और सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद भी दो बार स्थगित करनी पड़ी।