जमशेदपुर : दिल के लिए , दिल से दौड़ा टाटा मोटर्स परिवार 

हार्ट की सेहत के प्रति लोगों को सचेत करने के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल के सौजन्य से वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत वाॅकथाॅन आयोजित की गई।

जमशेदपुर : दिल के लिए , दिल से दौड़ा टाटा मोटर्स परिवार 
गुब्बारा उड़कर वॉकथान की शुरुआत करते अधिकारी

Jamshedpur : हार्ट की सेहत के प्रति लोगों को सचेत करने के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल के सौजन्य से वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत वाॅकथाॅन आयोजित की गई। जिसमें टाटा मोटर्स के प्लांट हेड  रवींद्र कुलकर्णी, मानस मिश्रा, वरीय चिकित्सक डॉ संजय कुमार, डॉ एस एल श्रीवास्तव , अस्पताल के  चिकित्सकों , नर्सें, पारा मेडिकल कर्मियों समेत टाटा मोटर्स परिवार के लोगों ने भाग लिया। इस दौरान प्लांट हेड रवींद्र कुलकर्णी यादगार के तौर पर लाल रंग के बैलूनों का गुच्छा आकाश में उडायें तथा झंड़ा दिखाकर हार्ड डे पर आयोजित वाॅकथाॅन का शुभारंभ कियें। उन्होंने अपने संबोधन में हार्ट को स्वस्थ रखने तथा अपने परिचित के साथ घटित घटना की जानकारी साझा करते हुए लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने तथा महत्वपूर्ण जानकारियों को औरों के साथ साझा करने की अपील । उन्होंने हार्ट डे पर वाॅकथाॅन के आयोजन के लिए आयोजकों का आभार जताया। 

वाॅकथाॅन में 5 किलोमीटर पैदल चले सभी

कार्यक्रम में खास बात यह रही कि श्री कुलकर्णी समेत कार्यक्रम में शिरकत करने आए तमाम लोग न सिर्फ कार्यक्रम में हिस्सा लिये बल्कि लगभग 5 किलोमीटर की पैदल यात्रा को पूरा भी किये। 
बताते चलें कि वाॅकथाॅन,  टाटा मोटर्स अस्पताल परिसर से शुरू होकर टेल्को कॉलोनी के विभिन्न मार्गो से होते हुए वापस टाटा मोटर्स अस्पताल परिसर स्थित एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग के पास आकर संपन्न हुआ। बाद में कार्यक्रम में भाग लेने वालों को आयोजकों द्वारा रिफ्रेशमेंट उपलब्ध कराया गया। बेहतरीन इंतजाम के बीच आयोजित वाॅकथाॅन की सबों ने तारीफ़ की। 

इएमआई की तरह है पैदल चलना या दौड़ना : डॉ संजय

वरीय चिकित्सक डॉ संजय कुमार ने कहा कि पैदल चलना , दौड़ना आपके जीवन के लिए इएमआई की तरह है। जिस प्रकार आप अपने भविष्य के लिए छोटी - छोटी बचत करते हैं । बस यूं समझ लीजिए आप जितना स्टेप चलते हैं वह आपके जीवन के लिए काउंट हो रहा है इस लिए पैदल चलना और नियमित एक्सरसाइज बेहद जरूरी स्वयं को स्वस्थ रखने के लियें। उन्होंने कहा कि लाईव स्टाइल डिज़ीज़ को हम स्वयं में जागरूकता लाकर दूर कर सकते हैं। 

जागरूकता से ही हम स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं : डॉ श्रीवास्तव

वरीय चिकित्सक एस एल श्रीवास्तव ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए हमें आदतें बदलनी होगी। तनाव मुक्त रहना , भरपूर नींद लेना , ज्यादा वर्क आउट नहीं करना , प्रशिक्षक के निगरानी में एक्सरसाइज करना ये कुछ ऐसी बातें हैं जिसे याद रखने की जरूरत है।