TCPL Green Energy Solution Pvt. Ltd और झारखंड सरकार के बीच हाइड्रोजन इंजन निर्माण को लेकर हुआ MOU

हाइड्रोजन इंजन निर्माण परियोजना हेतु टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस के संयुक्त उपक्रम तथा झारखंड सरकार के बीच एमओयू सम्पन्न हुआ है।

TCPL Green Energy Solution Pvt. Ltd और झारखंड सरकार के बीच हाइड्रोजन इंजन निर्माण को लेकर हुआ MOU


रांची

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की मौजूदगी में आज झारखंड मंत्रालय के सभागार में आयोजित TCPL Green Energy Solution Pvt. Ltd (Tata motors limited तथा TATA cummins limited का संयुक्त उपक्रम) के साथ उद्योग विभाग, झारखंड सरकार के बीच हाइड्रोजन इंजन निर्माण से संबंधित नई परियोजना हेतु MOU हस्ताक्षर किये गये। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हाइड्रोजन इंजन निर्माण परियोजना हेतु टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस के संयुक्त उपक्रम तथा झारखंड सरकार के बीच एमओयू होना निश्चित रूप से झारखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। ऐसे तो देश की आजादी से लेकर अब तक झारखंड में उद्योग के क्षेत्र में कई कड़ियां जुड़ी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर ने इस राज्य को विभिन्न प्रकार की खनिज संपदाओं से आच्छादित किया है, यही कारण है कि झारखंड में कई छोटे-बड़े उद्योग के साथ-साथ बड़े-बड़े तकनीकी उद्योग भी स्थापित हुए हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य सरकार झारखंड की धरती पर हाइड्रोजन इंजन निर्माण के लिए टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस के संयुक्त उपक्रम के साथ समझौता हस्ताक्षर कर रही है। यह हाइड्रोजन इंजन परियोजना के शुरुआती दौर में हाइड्रोजन इंजन का इस्तेमाल सिर्फ हैवी व्हीकल में किया जाएगा, परंतु धीरे-धीरे इसके दायरे बढ़ेंगे तथा छोटे वाहनों में भी हाइड्रोजन इंजन इस्तेमाल करने की परिकल्पना को पूरा किया जा सकेगा। 

चंद्रयान-3 में आदिवासी युवक की भूमिका

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से दो दिन पहले देशभर में चंद्रयान मिशन को लेकर काफी चर्चाएं हो रही थी, अंतोगत्वा भारत ने चंद्रयान मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। हमारे वैज्ञानिकों ने यह फिर साबित कर दिखाया कि भारत किसी से कम नहीं है। इस पूरे चंद्रयान अभियान में झारखंड के बोकारो जिला निवासी एक आदिवासी युवा श्री शिवशंकर बेसरा का भी सराहनीय योगदान रहा है। श्री शिवशंकर बेसरा इसरो की टीम में वैज्ञानिक के रूप में शामिल हैं। झारखंड के नौजवानों में हुनर की कोई कमी नहीं है, बशर्ते यह आवश्यक है कि हम नीति निर्धारण करने वाले लोग तथा यहां कार्यरत औद्योगिक संस्थाएं इस बात को समझें कि हमें इस राज्य के लिए क्या करना है?

झारखंड को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना लक्ष्य

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वैसे तो झारखंड कहने के लिए देश के पिछड़े राज्यों में शामिल है, परंतु हमारा राज्य पिछड़े राज्यों की लाइन में क्यों खड़ा है मैं इसकी मुकम्मल हल नहीं ढूंढ पाया हूं, लेकिन हल ढूंढने के लिए निरंतर प्रयासरत हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार झारखंड के युवा पीढ़ी की सोच के अनुरूप, यहां की जन भावनाओं के अनुरूप विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर एक बेहतर कार्य योजना बनाते हुए राज्य को आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमसभी लोग इस सभागार में जिस कार्य के लिए एकत्रित हुए हैं यह सिर्फ झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय रहा है।