सेंगेल कार्यकर्ता के आत्मदाह की चेतावनी , 15 नवंबर को पीएम झारखंड से सरना धर्मकोड की करें घोषणा

आदिवासी सेंगेल अभियान के दो कार्यकर्ता-नेता ने केन्द्र को चेतावनी दी है कि 15 नवंबर को पीएम ने सरना धर्मकोड की धोषणा नहीं की तो वे आत्मदाह करेंगे।

सेंगेल कार्यकर्ता के आत्मदाह की चेतावनी , 15 नवंबर को पीएम झारखंड से सरना धर्मकोड की करें घोषणा
जमशेदपुर, झारखँड
सरना धर्मकोड और आदिवासी राष्ट्र के लिए सेंगेल नेता ने आत्मदाह का अल्टीमेटम दिया है। बिरसा जयंती व झारखंड स्थापना दिवस 15 नवंबर को आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ता देशभर में अनशन करेंगे। सेंगेल प्रमुख सालखन मुर्मू ने बताया कि 15 नवंबर 2023 को सभी राज्यों में बिरसा की मूर्ति या अन्य शहीदों के मूर्ती के समक्ष सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक अनशन करेंगे। उस दिन प्रधानमंत्री झारखँड आ रहे है और उस दिन जनजातीय समुदाय यह आशा करती है कि प्रधानमंत्री झारखंड की पावन भूमि से सरना धर्मकोड देने की धोषणा करें, अन्यथा बिरसा के प्रति उनकी श्रृद्धांजलि राजनीति का हिस्सा मानी जायेगी। सेंगेल ने 8 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में सरना धर्मकोड की मांग को लेकर जनसभा आयोजित किया था। 
कार्यकर्ताओँ ने आत्मदाह की धमकी दी। 
सेंगेल के दो नेता कान्हू राम टुडू, सोनुवा प्रखंड, पश्चिम सिंहभूम जिला और चंद्र मोहन मार्डी, पेटरवार प्रखंड, बोकारो जिला, झारखंड ने घोषणा किया है कि यदि मान्य प्रधानमंत्री 15 नवंबर 23 को उलिहातू में सरना धर्म कोड के मान्यता की घोषणा नहीं करेंगे तो 15 नवंबर 23 को संध्या 4:00 बजे दोनों आत्मदाह करेंगे। पूर्व सांसद व सेंगेल प्रमुख ने इस मुद्दे पर कहा कि सेंगेल इनकी बलिदानी भावना की सराहना करता है। मगर यह उनका व्यक्तिगत फैसला है।
भावी कार्यक्रम
क) 10 दिसंबर 23 : मरांग बुरु ( पारसनाथ पहाड़, मधुबन, गिरिडीह) बचाओ सेंगेल यात्रा।
ख)  22 दिसंबर 23: दुमका में हासा भाषा विजय दिवस मनाना।
ग) 30 दिसंबर 2023: सरना धर्म कोड के लिए भारत बंद- रेल रोड चक्का जाम करना।