जनजातीय क्षेत्र अनन्दपुर एवं गुदड़ी प्रखण्ड़ के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय

सरकार ने छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए माध्य विद्यालयों को उच्च विद्यालय एवं उच्च विद्यालयों को +2 उच्च विद्यालय में अपग्रेड किया और शिक्षकों के पदों को भी स्वीकृत किया गया।लेकिन दूर्भाग्यपूर्ण यह है कि +2 उच्च विद्यालय सेरेंगदा में 60 छात्रों पर सिर्फ एक शिक्षक पदस्थापित हैं।

जनजातीय क्षेत्र अनन्दपुर एवं गुदड़ी प्रखण्ड़ के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय
सूचना के अधिकार अंतर्गत मांगी गई सूचना की कॉपी

"आस"झारखण्ड के संयोजक सुशील बारला ने प्रेस विज्ञा

प्ति जारी कर कहा है कि सरकार की गलत नीतियों के कारण जनजातीय क्षेत्र अनन्दपुर एवं गुदड़ी प्रखण्ड़ के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।उक्त प्रखण्ड के विद्यार्थियों को शिक्षा जैसे मौलिक अधिकारों से वंचित होना पड़ रहा है।सरकार ने छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए माध्य विद्यालयों को उच्च विद्यालय एवं उच्च विद्यालयों को +2 उच्च विद्यालय में अपग्रेड किया और शिक्षकों के पदों को भी स्वीकृत किया गया।लेकिन दूर्भाग्यपूर्ण यह है कि +2 उच्च विद्यालय सेरेंगदा में 60 छात्रों पर सिर्फ एक शिक्षक पदस्थापित हैं।जबकि स्वीकृत पद-8 हैं।वैसे ही +2 उच्च विद्यालय गुदड़ी में स्वीकृत पद 9 में कार्यरत-3 हैं। अनन्दपुर प्रखण्ड के +2 उच्च विद्यालय उन्डुदा में 107 छात्रों में सिर्फ 1 (एक) शिक्षक पदस्थापित हैं।जबकि स्वीकृत पद 10 है।+2 उच्च विद्यालय अनन्दपुर में 465 छात्रों पर 5 शिक्षक पदस्थापित हैं जबकि स्वीकृत पद 12 है।सरकार अपनी ही बनाई शिक्षा नीति को पालन नहीं कर पा रही है ये सरकार की विफलता नहीं तो और क्या है।यह आंकड़ा जिला शिक्षा अधीक्षक प०सिंहभूम के पत्रांक-787 दिनांक15/4/2023 से प्राप्त है।सरकार शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने को लेकर सिर्फ घोषणा ही कर रही है।हमारे स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है बवजुद लचर शिक्षा व्यवस्था लेकर मौन साधे रहना कई सवालों को खड़ा करता है।