शीत सत्र से 92 सांसद निलंबित, सोमवार को 78 सांसदों का हुआ निलंबन, लोकसभा में सुरक्षा चूक पर सदन में हंगामा

शीत सत्र से 92 सांसद निलंबित, सोमवार को 78 सांसदों का हुआ निलंबन, लोकसभा में सुरक्षा चूक पर सदन में हंगामा

दिल्ली


संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, लेकिन सदन के भीतर का माहौल बेहद गर्म है। सोमवार को राज्यसभा के 45 व लोकसभा के 33 सांसद सोमवार को निलंबित कर दिये गये। बीते सप्ताह भी 14 सांसद निलंबित हुए थे, अब इसकी कुल संख्या 92 हो गयी है जो इस शीतकालीन सत्र से निलंबित किये गये हैं। ये सभी सांसद शीत सत्र की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकेंगे। 2024 से पहले संसद की यह आखिरी पूर्ण कालिक सत्र है और इसमें 4 दिन शेष है। निलंबन की कार्रवाई को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस कार्रवाई को तानाशाही की पराकाष्ठा बताते हुए इसे लोकतंत्र की आवाज को कुचलने वाला बताया है। सरकार ने सारे लोकतांत्रिक मूल्यों मूल्यों को कचरे के डिब्बे में डाल दिया है। इस सरकार ने संसद के प्रति कोई जवाबदेही नहीं दिखाई है, इसके उलट जवाब मांगने वालों पर ही एक्शन लिया जा रहा है। 

सुरक्षा चूक पर चर्चा की मांग

13 दिसंबर को संसद में हुए सुरक्षा चूक पर लोकसभा व राज्यसभा में विपक्षी दलों ने खूब हंगामा किया। विपक्ष संदन में अमित शाह के बयान और इसपर चर्चा की मांग कर रहे हैं। विवाद गहराता चला गया और इस बीच लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को निलंबित कर दिया गया। 

निलंबित होने वाले सांसद

राज्यसभा व लोकसभा से सस्पेंड होने वाले सांसदों में कांग्रेस के जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल, टीएमसी के शताब्दी रॉय, असित कुमार मल, कल्याण बनर्जी, अपरूपा पोद्दार, प्रसून बनर्जी, डीएमके के ए.राजा, दयानिधी मारन, गणेशन सेल्वम, सीएन अन्नादुराई, टी. सुमति, सपा के रामगोपाल यादव के नाम शामिल है।